विदेश बाजार में आप भारत में रहकर भी ट्रैडिंग कर सकते हैं और पैसे को विदेशी कंपनी में निवेश कर के अपने वित्त को बढ़ा सकते हैं। विदेश बाजार भारत के शेयर बाजार के ही जैसा हैं। आज के लेख में Trading With Forex के बारे में बताया गया हैं।
भारत में ज्यादा तर लोगों को Forex Trading के बारे में पता ही नहीं होता हैं परंतु इस लेख में मदद से आपको इसके बारे में पता लगने वाला हैं और आप भी विदेश में ट्रैडिंग कर पाएंगे।
Trading With Forex कैसे व्यक्ति को करना चाहिए और इसमें आप कितना मुनाफा कमा सकते हैं यह भी जानेंगे। Forex Trading एक विदेशी ट्रैडिंग हैं जो विदेशों के बाजार के साथ किया जाता हैं और इसके लिए ऐसे बहुत से एप आज के समय उपलब्ध हैं जिसके जरिए विदेशी बाजार में ट्रैडिंग किया जा सकता हैं।
फॉरेक्स बाजार क्या है? What Is Forex Market?
फोरेक्स का मतलब ग्लोबल जो की ओवर-द-काउंटर मार्केट (OTC) से हैं जहां विश्व के ट्रैडर, निवेशक, संस्था और बैंक ट्रैड करते हैं और विश्व भर के करेंसी के साथ क्रय और विक्रय करते हैं।
ग्लोबल बाजार में ट्रैडिंग किए जाने वाला यह बाजार सप्ताह में 5 दिन और 24 घंटे खुला रहता हैं. इस बाजार की टोटल मार्केट कैप 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर में होने की अनुमान लगाई गई है।
Forex को दो अक्षरों से लिखा जाता हैं, पहला For और दूसरा हैं Ex यहाँ For का मतलब होता हैं Foreign और Ex का मतलब हैं Exchange। इसका मतलब हम जब भी किसी फ़ॉरेन करेंसी में भारत करेंसी के साथ एक्सचेंज या ट्रैड करते हैं उसे हम फोरेक्स ट्रैडिंग के नाम से पहचानते हैं. Forex में Trading करके भी एक अच्छा कमाई बनाया जा सकता हैं।
उदाहरण :
जैसे आप कही बाहर विदेश में जाते हैं तो इसके लिए आपको INR (Indian Rupee) को $ (Doller) में बदलना होगा ऐसे ही अगर किसी विदेश के शेयर या करेंसी में ट्रैड करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको $ की आवश्यकता पड़ती हैं जिससे आप ट्रैड या निवेश कर पाये।
Basics of Trading With Forex In India In Hindi (भारत में विदेशी मुद्रा के साथ व्यापार करने की मूल जानकारी)
अगर आप भारत में रहकर विदेशों में ट्रैडिंग करना चाहते है तो इसके लिए आपको भारत में ऐसे बहुत से एप मिल जाएंगे जो विदेशी करेन्सी में ट्रैड करने की अनुमति देती हैं जिसके मदद से आप निवेश कर सकते हैं।
विदेश बाजार में आपको जोड़ी में ट्रैड करने की अनुमति दी जाती हैं। इसके साथ इसमें से पहले वाले करेंसी को Base Currency और दूसरे करेंसी को Quote Currency कहा जाता हैं। जैसे (USDT/INR) और (GBP/INR) यह केवल उदाहरण के लिए बताया गया हैं।
परंतु बाजार में ऐसे बहुत से करेंसी हैं जहां आप भारत में रहकर ट्रैड कर सकते हैं। (USDT/INR) इस स्थिति में यहाँ पर USDT एक Base Currency हैं और INR एक Quote Currency हैं।
यहाँ आपको सिर्फ INR के जरिए ट्रैड करने का उदाहरण दिया गया हैं परंतु आप चाहे हो USDT के जरिए भी विदेश बाजार कर सकते हैं। जैसे मान लीजिए, आपने INR के जरिए USDT की खरीदी किए हैं अब आपके पास USDT हैं और USDT होने के कारण आप अब (GBT/USDT) के जोड़े में भी ट्रैड कर सकते हैं।
परंतु जब आप भारत रुपये से USDT की खरीदारी करते हैं, जैसे USDT का प्राइस 80 रु हैं और आपको 8,000 INR से खरीदारी करनी हैं तो यहाँ पर आपको 8,000 रु के बराबर 100 USDT प्राप्त होंगे। यह आपके मूल रु के बराबर ही रहता हैं क्योंकि यह 1 USDT का भाव 80 रु हैं।
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग के उदाहरण
ऊपर के लेख में आपको फॉरेक्स ट्रैडिंग की मूल जानकारी प्राप्त हो गया होगा अब आपको एक उदाहरण के मदद से नीचे के लेख में समझाया गया हैं जिससे आपको और बेहतर तरीके से समझने में मदद मिलेगी – |
यहाँ आपको USDT करेंसी के जरिए समझाया गया हैं जिसका मूल कीमत 80 रु रखा गया हैं।
यूएसडीटी को इस लिए रखा गया हैं क्योंकि विदेशी बाजार में सबसे ज्यादा संख्या में ट्रैड होने वाला एक मात्र करेंसी हैं।
उदाहरण :
EUR/USDT के जोड़े करेंसी में मान लीजिए इस जोड़े की कीमत 4000 रु हैं मतलब आपको 1 EUR को खरीदने के लिए 4000 रु देने होंगे यानी 50 USDT हैं। अब यह दो दिन बाद EUR की कीमत में वृद्धि होकर 45,00 रु हो गया हैं तो इस मामले में यह बेचने के पश्चात आपको 500 रु का मुनाफा होगा जहां आपको पूरे 56.25 USDT प्राप्त होंगे।
और यहीं अगर बाजार का भाव नीचे आ जाता हैं तो आपको नुकसान भी होता हैं मान लीजिए आपके द्वारा खरीद गया 1 EUR जिसकी कीमत 4000 रु हैं और यह अगले दो दिन बाद घटकर 3500 हो जाता हैं तो इस मामले में आपको 500 रु का नुकसान हो जाता हैं और जब EUR को बेचते हैं तो आपको 43.75 USDT प्राप्त होते हैं।
फोरेक्स में ट्रैडिंग के लिए अलग–अलग देश का समय | |
न्यूयॉर्क टोक्यो सिडनी लंदन | 08:00 am – 05:00 pm EST (भारतीय समय: 5:30 pm – 2:30 am) 07:00 pm – 04:00 am EST (भारतीय समय: 4:30 am – 1:30 pm) 05:00 pm – 02:00 am EST (भारतीय समय: 2:30 am – 11:30 am) 03:00 am – 12:00 noon EST (भारतीय समय: 12:30 pm – 9:30 pm) |
फॉरेक्स ट्रेडिंग इन इंडिया से जुड़ी शब्दावली
फोरेक्स ट्रैडिंग को भारत में कैसे किया जा सकता हैं और Trading With Forex जैसे सवाल को और आसान बनाने के लिए नीचे कुछ शब्दावली को प्रदर्शित किया गया हैं और सरल भाषा में यूजर के लिए दर्शाया गया हैं जिसे आप जल्दी समझ पाएंगे।
Forex Trading Lot Size Value In Hindi
आप जब विदेश में खरीदारी करते हैं तो आपको यह जानना बेहद जरूरी होता हैं की फोरेक्स ट्रैडिंग में कितने लॉट को खरीदना होता हैं आइए इसके बारे में जानते हैं –
फोरेक्स ट्रैडिंग में 4 तरह के Lot Size होते हैं।
सारे लॉट में EUR/USDT के जोड़े में बताया जाएगा जिसकी कीमत 1$ हैं।
1.) Standard Lot Size
विदेश बाजार में निवेश करने के लिए लॉट साइज़ का एक प्रकार हैं जिसमें 1,00,000 Unit (Quantity) को खरीदना होता हैं।
अगर आप इस लॉट में ऊपर बताए गये जोड़े में ट्रैड करते हैं जिसकी कीमत 1$ हैं तो यहाँ पर आपको एक लॉट को खरीदने के लिए 1,00,000$ देने होंगे। रिटेल ट्रैडर के लिए यह बिल्कुल संभव नहीं हैं जो इतने बड़े अमाउन्ट में ट्रैड कर पाए इसलिए विदेश बाजार में आपको Leverage दी जाती हैं जो 400X तक का होता हैं।
2.) Mini Lot Size
इसमें लॉट की साइज़ 10,000 Units की होती हैं जिसमें आपको EUR/USTD के जोड़े को खरीदने के लिए 10,000$ इन्वेस्ट करने होंगे। परंतु इसे अगर आप Leverage के साथ लेते हैं तो आपके लिए यह सस्ता पड़ जाता हैं।
3.) Micro Lot Size
अगर कोई निवेशक इस लॉट में ट्रैडिंग करते हैं तो उन्हें 1,000 Units को खरीदना होगा और इसके लिए निवेशक को 1,000$ की इनवेस्टमेंट करना होगा।
4.) Nano Lot Size
इस लॉट में आपको 100 Units को खरीदना होगा जिसमें ऊपर बताए गये कीमत के मुताबिक आपको 100$ की इनवेस्टमेंट करनी होगी।
ध्यान दें ऊपर के लॉट में जीतने भी कीमत को दर्शाया गया हैं वह EUR/USDT में हैं, जिसकी कीमत 1$ हैं यह केवल उदाहरण के लिए हैं –
Forex Trading में Leverage कितना मिलता हैं?
अगर आप एक शेयर बाजार में निवेशक हैं और आप Intraday Trading करते हैं तो आप अधिकतम 5X का ही Leverage प्राप्त कर सकते हैं यानी आप अगर 1,000 रु का Intraday करते हैं तो अधिकतम आपको 5,000 रु तक Intraday में ट्रैड के लिए शेयर प्राप्त हो सकते हैं।
परंतु फोरेक्स ट्रैडिंग में आपको ज्यादा से ज्यादा Leverage इस्तेमाल करने के लिए अनुमति दी जाती हैं जो की 400X तक Leverage लेकर ट्रैड कर सकते हैं इसलिए अगर आप 100$ से ट्रैड लेते हैं तो आप Leverage के बाद 40,000$ तक ट्रैड कर सकते हैं।
ध्यान रहें आप जितना ज्यादा लिवरेज में ट्रैड करते हैं उतना ही ज्यादा नुकसान की संभावना होती हैं इसलिए आप कम लिवरेज के साथ ट्रैड करें और अपने एक्सपीरियंस को बढ़ाते रहे ताकि और भी बेहतर से ट्रैड कर पाए।
What is PIP (Percentage In Points)?
फोरेक्स ट्रैडिंग में PIP का मतलब क्या हैं और इसकी क्या भूमिका हैं आइए इसे समझते हैं –
विदेश बाजार में शेयर के मूल्य को दशमलव के बाद 4 Desimal तक दर्शाया जाता हैं जैसे ERU/USDT एक करेंसी का जोड़ा हैं यहाँ इसकी कीमत 1.2547$ के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा जब आप लाइव ट्रैड करेंगे।
उदाहरण :
मान लीजिए एक करेंसी (EUR/USDT) हैं जिसकी वास्तविक मूल्य $1.2456 हैं अब अगर करेंसी का वास्तविक मूल्य से बढ़कर $1.2457 हो जाता हैं तो आप देख सकते हैं मूल्य में $0.0001 की वृद्धि हुई हैं अर्थात 1 PIP की वृद्धि हुई हैं।
इसका मतलब हैं की जब जोड़े करेंसी के मूल्य में 4th Desimal में जो बदलाव होते है उसे विदेश बाजार में PIP (Percentage In Points) बोला जाता हैं.
संचालन की मात्रा
बाजार में उतार चढ़ाव के साथ करेंसी में हमेशा महंगाई और गिरावट की दर्शाते हैं जिसमें ट्रैडर PIP के परिवर्तित होने पर मुनाफा कमाते हैं।
जैसे अगर कोई निवेशक Standerd Lot की खरीदारी की हैं, जिसमें 1,00,000 Unit होते हैं अगर निवेश के करेंसी के कीमत 1 PIP की वृद्धि होती हैं तो निवेशक को 10$ का मुनाफा होता हैं इसी के साथ अगर 2 PIP की वृद्धि होती हैं तो निवेशक को 20$ का मुनाफा होता हैं।
FAQs : Trading With Forex से अक्सर पूछे गये सवाल
Q.1) फोरेक्स ट्रैडिंग कैसे की जाती हैं?
फोरेक्स में ट्रैडिंग करने के लिए आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर के साथ एक ट्रैडिंग अकाउंट खोलना होगा। उसके बाद उसमें डिमेट अकाउंट खोलकर आप ट्रैडिंग और निवेश शुरू कर सकते हैं।
Q.2) फोरेक्स कौन सा बिजनस हैं?
फोरेक्स बाजार वह जगह हैं जहां करेंसी की क्रय और विक्रय किया जाता हैं। फोरेक्स ट्रैडिंग में प्रमुख रूप से करेंसियों का आदान प्रदान किया जाता हैं. फोरेक्स बाजार में केवल करेंसी के जोड़े को खरीदा और बेचा जाता हैं।
Q.3) 10$ के साथ विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे करें?
10$ के विदेशी ट्रैडिंग करना संभव हैं परंतु इसके लिए आपको पहले सीखना होगा और एक पारिस्थितिक ब्रोकर को चुनकर डेमो ट्रैडिंग करके अपने अनुभव को बेहतर बनाना होगा उसके बाद सही रणनीति को अपना कर शुरुवाती समय में नैनो लॉट के साथ ट्रैडिंग शुरू करना चाहिए। आप न्यूनतम राशि के साथ भी विदेशों में ट्रैडिंग की शुरू कर सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
- आज इस Trading With Forex के लेख में फोरेक्स बाजार के बारे में बताया गया हैं और यह कैसे काम करता हैं? फोरेक्स ट्रैडिंग में आप कैसे लिवरेज ले सकते हैं और इसे किस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं इसके बारे में भी गया हैं।
- अगर आपका कोई फोरेक्स बाजार से जुड़ी कोई सवाल हैं तो नीचे कमेन्ट करके जरूर पूछे आपके सभी सवालों का जल्द से जल्द उत्तर दिया जाएगा। साथ ही अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो अपने दोस्तों और ग्रुप में जरूर शेयर करें।